Siddhivinayak Ganpati Deva Lyrics in Hindi

Siddhivinayak Ganpati Deva

Ganesh Bhajan | सावन की अंगारकी गणेश चतुर्थी 2024:

श्री सिद्धिविनायक देवा

श्री सिद्धिविनायक देवा
जय जय गणनायक देवा
श्री सिद्धिविनायक देवा
जय जय गणनायक देवा

साष्टांग कोटि प्रणाम
श्री सिद्धिविनायक देवा
जय जय गणनायक देवा

देवा प्रगटे प्रभादेवी
रिद्धि सिद्धि संग है सेवी
प्रभु पावन मंदिर धाम
श्री सिद्धिविनायक देवा
जय जय गणनायक देवा

स्वयंभूषि सिद्धिविनायक
मंगलकारी शुभ फलदायक
प्रथम पुज्य शुभनाम
श्री सिद्धिविनायक देवा
जय जय गणनायक देवा

देववर्ण सिंदूर सुशोभित
शुभ करन है जग में वन्दित
भजु नित्य अविराम
श्री सिद्धिविनायक देवा
जय जय गणनायक देवा

मूषक वाहन बैठा द्वारे
दे संदेश भक्त जन सारे
देवा पूर्ण करो मेरे काम
श्री सिद्धिविनायक देवा
जय जय गणनायक देवा

दिव्या भवन में मंगल मूर्ती
मंगल पूजा मंगल आरती
ध्याऊ सुबह और शाम
श्री सिद्धिविनायक देवा
जय जय गणनायक देवा

श्री सिद्धिविनायक देवा
जय जय गणनायक देवा

साष्टांग कोटि प्रणाम
श्री सिद्धिविनायक देवा
जय जय गणनायक देवा

श्री सिद्धिविनायक देवा
जय जय गणनायक देवा

गणपति बाप्पा मोरया
मोरया रे बाप्पा मोरया रे
मोरया रे बाप्पा मोरया रे
मोरया रे बाप्पा मोरया रे

ॐ गन गणपतये नमः
ॐ एकदन्ताय विद्महे
वक्रतुण्डाय धीमहि
तन्नो दन्ती प्रचोदयात्

“सिद्धिविनायक गणपति देवा” विघ्नहर्ता भगवान गणेश को समर्पित एक भक्ति भजन है। यह गीत सिद्धिविनायक के प्रति गहरी श्रद्धा व्यक्त करता है, सफलता और समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगता है। भक्त दयालु देवता से ज्ञान प्रदान करने और जीवन के मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर करने की प्रार्थना करते हैं। यह भजन सिद्धिविनायक में भक्ति और विश्वास को दर्शाता है, जिसमें गणेश के दिव्य गुणों को सिद्धि (पूर्णता) और विनायक (नेता) के दाता के रूप में स्वीकार किया गया है। यह विजय और शुभ शुरुआत के लिए दैवीय हस्तक्षेप की तलाश में एक आध्यात्मिक यात्रा का प्रतीक है।

For more videos click on the link -> https://youtu.be/LpQVz3gD8U8?si=JDw4us_C1YIgkWJ0

सिद्धिविनायक गणपति देवा भजन का महत्व – “सिद्धिविनायक गणपति देवा” भजन हिंदू आध्यात्मिकता में महत्वपूर्ण महत्व रखता है। यह भगवान गणेश की पूजा करता है, जो बाधाओं को दूर करने और सफलता प्रदान करने वाले देवता हैं। भक्तों का मानना है कि इस भजन को ईमानदारी से गाने से दैवीय आशीर्वाद प्राप्त होता है, विभिन्न प्रयासों में सिद्धि (पूर्ति) और विनायक (नेतृत्व) की प्राप्ति होती है। भजन विश्वास और आध्यात्मिक संबंध की भावना को बढ़ावा देता है, चुनौतियों पर काबू पाने के लिए भक्ति की परिवर्तनकारी शक्ति पर जोर देता है।

Scroll to Top